गंगा के करीब इन दिनों कावड यात्रा अपने चरर्मोत्कर्ष पर पहुच चुकी है । शिव की भक्ति की कामना में रचे बसे कावडियों को तो बस भोले बाबा को जल चढाना है गंगा जल को अपने साथ लं जाना है चाहे कितने भी कष्ट हो गंगा नहाना है ।
श्रावण मास की इसे कावड यात्रा में श्रद्वालुओ की संख्या लाखों को पार कर चुकी पर अभी तक इसमे कमी नही बल्कि बढोतरी ही हुई है ।
कावडियों की गतिविधियों को देखे कैमरे की नजरों से ...................
....................कुछ झलकियां
हर की पैडी , हरिद्वार, करना है गंगा स्नान।
थोडा कर ले विश्राम
हुक्का भी गुडगुडा ले
कांवड में भर ले गंगा जल ।
अब चले अपनी डगर
यह कावड लगे सबसे न्यारी।
बातचीत कर धुआ भी उडा लूं ।
आह ! कितनी शान्ति है यहां..............!
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