Wednesday, July 27, 2011

चरर्मोत्कर्ष पर है श्रावण मास की कावड यात्रा............




गंगा के करीब इन दिनों कावड यात्रा अपने चरर्मोत्कर्ष पर पहुच चुकी है । शिव की भक्ति की कामना में रचे बसे कावडियों को तो बस भोले बाबा को जल चढाना है गंगा जल को अपने साथ लं जाना है चाहे कितने भी कष्ट हो गंगा नहाना है ।
श्रावण मास की इसे कावड यात्रा में श्रद्वालुओ की संख्या लाखों को पार कर चुकी पर अभी तक इसमे कमी नही बल्कि बढोतरी ही हुई है ।


कावडियों की  गतिविधियों को देखे कैमरे की नजरों से ...................
 ....................कुछ झलकियां












हर की पैडी , हरिद्वार, करना है गंगा स्नान।
























थोडा कर ले विश्राम




























हुक्का भी गुडगुडा ले




















कांवड में भर ले गंगा जल ।










                                                                         











अब चले अपनी डगर
















































यह कावड लगे सबसे न्यारी।
























बातचीत कर धुआ भी उडा लूं ।












आह ! कितनी शान्ति है यहां..............!























No comments:

Featured Post

यहां वीरभद्र प्रकट हुआ था ----- वीरभद्रेश्वर मंदिर (ऋषिकेश)

पिछली पोस्ट में मैने ऋषिकेश के वीरभ्रद्र क्षेत्र का इतिहास बताया था पर इस पोस्ट में यह बता दू कि क्यो इस क्षेत्र को वीरभद्र के नाम से जाना ...