महामंडलेश्वर पटटाभिषेक कार्यक्रम,कुम्भनगरी हरिद्वार।
कार्यक्रम का संचालन मंहत वासुदेव गिरी तथा मंहत रवींद्रपुरी ने किया।
हिंदू धर्म और संस्कृति का प्रचार प्रसार करने के लिए अखाडे महामंडलेश्वर की नियुक्ति करते है ,इसके लिए संत का विद्वान होना तो आवश्यक है ही साथ ही हिंदू धर्मऔर संस्कृति का प्रचार प्रसार करने की क्षमता भी होनी चाहिए। महामंडलेश्वर बनने के लिए संत का विद्वान होने के साथ ही सामाजिक व आर्थिक स्थिति भी देखी जाती है । इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हूए बंसत पंचमी के दिन शनिधाम दिल्ली के परमाध्यक्ष मदन महाराज दाती को महानिर्वाणी अखाडे के महामंडेलेश्वर की उपाधि से विभूषित किया गया । उन्हे श्री महामंडलेश्वर निज स्वरूपानन्द पुरी जी महाराज के नाम से जाना जायेगा ।शनि की उपासना कर उन्होने ख्याति पायी है।
all photograph's by Anoop Khatri chief producer TV Eyes News Network
presented by sunita sharma freelancer journalist
1 comment:
जानकारी और चित्रों के लिए धन्यवाद!
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