कुम्भ मेला एक नित्य नवीन उत्सव है कुम्भ मेला भारत के अन्य तीन स्थानों पर होता है हरि़द्वार में गंगा तट पर ,उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर तथा नासकि में गोदावरी के तट पर ग्रहों के प्रभाव से कुछ विशिष्ट समयों पर समुद्र मंथन द्वारा प्राप्त अमृत इन नदियों में पुन: प्रकट होता है और इन नदियों का जल आध्यात्मिक शक्ति से सम्पन्न हो जाता है । इस समय इन नदियों में स्नान करने से मुक्ति प्राप्त होती है ।
वर्ष 2001 में कुम्भ मेला यहां 44 दिनों के लिए था जबकि कुम्भ 2013......कुल 55 दिनों के लिए होगा । इस दौरान इलाहाबाद प्रयाग सर्वाधिक आबादी वाला शहर बन जाता है ।
कुम्भ 2013 के पमुख स्नान ।
मकर संक्राति ........14.1.2013.............शाही स्नान
पौष पूर्णिमा........... 27.1.2013
मौनी अमावस्या.......10.2.2013.............शाही स्नान
बसन्त पंचमी...........15.2.2013 .............शाही स्नान
माघी पूर्णिमा .......... 25.2.2013
महाशिवरात्रि........... 10.3.2013
3 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति कुम्भ हिंदुत्व के समरसता, पवित्रता, साधू-संतो भारतीयत का महा कुम्भ है बहुत-बहुत धन्यवाद.
वाह बहुत उम्दा,सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभार .अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.
बहुत ही सुन्दर जानकारी वह भी संक्षेप में | आप को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं |
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